Suvichar ,सुविचार

    🦋सुविचार🦋

दुनिया मे पहली बार
ऐसा समय देख रहे है
जब इंसान ने जीने के लिए
पैसा कमाना छोड़ दिया है..

इस कड़े इम्तेहान के दौर में,
इतना करम करना.
 किसी ग़रीब का चूल्हा ना,
बुझने पाऐ इसका ख्याल रखना.

फूलदार पेड़ और गुणवान व्यक्ति ही झुकते हैं,
सुखा पेड़ और मुर्ख व्यक्ति कभी नहीं झुकते,

खाना खिलाने वालों, बांटने वालों
और घर घर खाना पहुंचाने वालों
खुदा तुम्हें इतनी दौलत दे कि
तुम्हारा खजाना कभी खत्म ना हो

थकना भी लाज़मी था कुछ काम करते करते
और थक गया हूँ आराम करते करते

ख़ुशी के माहौल में
मौत का फ़रमान आ रहा है
जो कहते थे गाँव मे क्या रखा है
आज उन्हें भी गाँव याद आ रहा है..!

यूं पुरखों की जमीन बेचकर गांव से ना जाया करो..
कब छोड़ना पड़े शहर, गांव में भी एक घर बनाया करो..!

बात ये है कि बात कोई नही
मैं अकेला हूँ साथ कोई नहीं

                   सुविचार
🍂🍃🍂🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂
════════════════════🍂🍃🍂.                                             मानव कितने भी प्रयत्न कर ले*
            *अंधेरे में छाया*
            *बुढ़ापे में काया*
                    *और*
          *अंत समय मे माया*
       *किसी का साथ नहीं देती*
  🌾🌿🌾🌿🌾✍🌾🌿🌾
      🌹👇🏻👇🏻🌹
: ❥━━❥ सुविचार
कर्म करो तो फल मिलता है,
       आज नहीं तो कल मिलता है।
जितना गहरा अधिक हो कुँआ,
        उतना मीठा जल मिलता है ।
जीवन के हर कठिन प्रश्न का,
        जीवन से ही हल मिलता है।
                ¸.•*""*•.¸
            🌹🎁🌹🎁🌹
      *""सदा मुस्कुराते रहिये""*
          *"

      सुविचार

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🌹🌷🥀गम की अंधेरी रात में ;
खुद कौ यूं ना बेकरार कर;
सुबह जरुर आयेगी;
तू बस थोड़ा इन्तजार कर🥀🌹🌷🌺🌸

   🐦Good morning🌄🙋



            सुविचार
   

     👩 💬I💗Mom
🌹👚👉👈👸
     👖 👗
 👠👟माता-पिता भले ही कितने भी
अनपढ़ क्यों न हों,
लेकिन शिक्षा और संस्कार देने की जो
क्षमता उनमें है वो किसी और स्कूल में नहीं.!!

         सुविचार

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"* 🌝⏰☀   इंसान को कभी अपने वक़्त पर
घमण्ड नहीं करना चाहिए,क्योंकि
वक़्त तो उन नोटों का भी नहीं हुआ जो
कभी पूरा बाजार खरीदने की ताकत रखते थे।थे। 🕒⏰🕒⏰⏰🕒⌚⌚


ये मतलबी दुनिया है साहब!
यहाँ दुःख की जगह,वजह पूछने से ज्यादा
उसका मजा लेने वाले ज्यादा मिलेंगे!


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════════════════════
     
हाँ है तो .... मुस्कुरा दे,
न है तो .....नजर फेर ले।
.
.
यूँ शरमा के आंखे.... ,झुका  लेने से उलझनें बढ़ जाती हैं।

सारा पानी होटों से छूकर गुलाबी कर गई...

वो नदी की मछलियों तक को शराबी कर गई....







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"भाग्य  बारिश का पानी है
                और..
          परिश्रम कुंए का जल....

    बारिश में नहाना आसान तो है
                    लेकिन....
       रोज नहाने के लिए हम बारिश
         के सहारे नहीं रह सकते...!!

     इसी प्रकार भाग्य से कभी-कभी
      चीजे आसानी से मिल जाती है
   किन्तु हमेशा भाग्य के भरोसे नहीं जी
                  सकते...!!

          कर्म ही असली भाग्य है


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उम्र थका नहीं सकती,
ठोकरें गिरा नहीं सकती,
अगर ज़िद हो जीतने की,
तो हार भी हरा नहीं सकती...

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दुनिया मे पहली बार
ऐसा समय देख रहे है
जब इंसान ने जीने के लिए
पैसा कमाना छोड़ दिया है..

इस कड़े इम्तेहान के दौर में,
इतना करम करना.
 किसी ग़रीब का चूल्हा ना,
बुझने पाऐ इसका ख्याल रखना.

फूलदार पेड़ और गुणवान व्यक्ति ही झुकते हैं,
सुखा पेड़ और मुर्ख व्यक्ति कभी नहीं झुकते,

खाना खिलाने वालों, बांटने वालों
और घर घर खाना पहुंचाने वालों
खुदा तुम्हें इतनी दौलत दे कि
तुम्हारा खजाना कभी खत्म ना हो

थकना भी लाज़मी था कुछ काम करते करते
और थक गया हूँ आराम करते करते

ख़ुशी के माहौल में
मौत का फ़रमान आ रहा है
जो कहते थे गाँव मे क्या रखा है
आज उन्हें भी गाँव याद आ रहा है..!

यूं पुरखों की जमीन बेचकर गांव से ना जाया करो..
कब छोड़ना पड़े शहर, गांव में भी एक घर बनाया करो..!

बात ये है कि बात कोई नही
मैं अकेला हूँ साथ कोई नहीं


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════════════good morning════════🍂🍃🍂

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